-
सबसे पुराना हिंदू धर्म का मंदिर
ऐसा देश जहां पर है विश्व का सबसे बड़ा हिन्दू मंदिर परिसर तथा विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक स्मारक है। लेकिन वहां कोई हिन्दू नहीं है। यह एक ऐसा देश जिसके फ्लैग का चिन्ह भी हिन्दुओं का एक मंदिर है। यह बात किसी से छुपी नही है कि हिन्दू धर्म विश्व का एकमात्र धर्म है, जो सबसे प्राचीन है। यह धर्म 12 हजार वर्ष से भी पुराना है। हिन्दू धर्म में मूर्ति पूजा और ध्यान पर विशेष जोर दिया जाता है। इस बात के कई सबूत पेश किये जाते हैं कि विश्व के कई देशों में पहले सनातन धर्म ही था। अंकोरवाट मंदिर विश्व का सबसे बड़ा हिन्दू मंदिर है…
-
कोन हू में?
हर हर गंगे का उदघोष हूँ में, जीवन में मृत्यु का अवशेष हू में, पत्थर पत्थर में जहां शिव निवासे उस अविनाशी में जीवन प्रत्यक्ष हूँ में, अस्सी का उल्लास हूँ में, पञ्चगंगा का नीरव घाट हूँ में, धारा जहां विचलित चरण प्रच्छालन को वैराग्य हू में, समाहितमर्णिका का प्रवास हूँ में, सृष्टि का आरम्भ हूँ में, ब्रम्हांड का सूक्ष्म कणाशेष हूँ में, मान मर्दन कर तू मानस अविवेकी, के महाकाल औघड़ का भयंकर तंत्र तांडव हूँ में, मुर्दनी का उल्लास हूँ में, मैं घोर उल्लास में जीवित लाश हूँ में, करुण क्रंदन से मचा हाहाकार, जहां नव प्रारब्ध को विनाश __का अट्टाहास हूँ मैं, सरस्वती का अवतार हूँ मैं,…
-
बहोत ही प्यारी कहानी है!
एक बार एक वकील कोर्ट में भारत के 46 स्वतंत्र सेनानियों की केस लड़ रहे थे जिन्हें अंग्रेजोनो फांसी की सजा सुनवाई थी! उसी दौरान एक कर्मचारी उस वकील को एक छोटी चिट्ठी देके चला जाता है। वकील उस चिट्ठी को पढ़कर बाजूमें रख देता है और अपनी बहस जारी रखता है। कोर्ट की कार्यवाही खत्म होने के बाद जज उस वकील से पूछते है कि उस चिट्री में क्या लिखा है! वकील कहता है कि ये मेरे पत्नी के निधन का समाचार था ! ये सुनकर आश्चर्य से जज ने पूछा चिट्ठी मिलते ही तुम उसके पास क्यो नही गए ! तब वकील बोले ” मेरी पत्नी तो मर…
-
कुछ वैज्ञानिक ऐसे हैं जिनकी जान उनके ही अविष्कारों ने ली
1. हॉरेस लार्सन हनली – (जीवन – जून 20, 1823 – अक्टूबर 15, 1863) हॉरेस लार्सन जो कि एक मरीन इंजीनियर थे। इनको पनडुब्बियों का बहुत ‘ ही शौक था इन्होंने खुद के लिए एक हाथ की पावर से चलने वाली पनडुब्बी का अविष्कार किया। जब अपनी इस पनडुब्बी को टेस्ट करने के लिए हॉरेस अपने क्रूमेंबर्स के साथ समुद्र में उतरे तो इनकी पनडुब्बी समुद्र में डूब गई और यहीं पर इनकी मौत हो गई। 2. ‘मैरी क्यूरी – (जीवन – नवंबर 7, 1867- जुलाई 4, 1934) मैरी क्यूरी एक बहुत ही प्रसिदध भौतिक विद और रासायनिक शास्त्री थीं।। इन्होंने दो तत्वों रेडियम और पोलोनियम की खोज की थी।…
-
केदारनाथ बाढ़ की सच्चाई (June-2013)
केदारनाथ हिमालय की ऊँची ऊँची चोटिओ की गोद में बसा उत्तराखंड हिन्दू धर्म का एक पवित्र स्थान हे| यहां पर हजारो की संख्या में यात्री आते हे तीर्थ यात्रा के खास दिनों में इस बार मौसम के हालात कुछ ठीक नहीं है| यहां का मौसम इस बार एक भयानक रूप दिखाने वाला था| क्योकि इस बार बहुत जोरो से मुसला धार बारिश हुई जिसमे हजारो जाने गई और उतराखंड के बड़े बड़े इलाके तहस नहस हो गए| ऐसी बर्बादी हुई जो पहले किसी ने ना देखि थी और न सुनी थी सबसे जायदा नुकशान हुआ था केदारघाटी का बार बार उमड़ती बाढ़ की लहरों ने केदानाथ की पुण्य नगरी का…
-
प्लास्टिक बैग और गरीब आदमी
प्लास्टिक बैग और गरीब आदमी प्लास्टिक बैग जो इण्डिया में ही नहीं पुरे वर्ल्ड में ही बैन हो गए है| लेकिन इंडिया में अभी भी प्लास्टिक बैग यूज़ होता है| उसके कई कारण है और सबसे बड़ा कारण गरीब आदमी हे| आप कहोगे गरीब आदमी कसे? में उस गरीब आदमी की बात की बात कर रहा हु कुछ न कुछ बेच कर अपने घर का खर्चा चलाते हे| और सायद यही जरिया हे उसके परिवार के सदस्यों का पेट भरने का और प्लास्टिक आम आदमी के जीवन का एक हिस्सा हे जब कोई व्यक्ति किसी फेरी वाले से या किसी मंडी में कुछ…
-
गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित व्यायाम
बच्चा होना जितना जरुरी माँ के लिए हे उतना ही बाप के लिए| लेकिन आज के युग में लड़के और लड़की में कोई भेदभाव नहीं करता प्रेग्नेंसी के दौरान जो वक्त एक माँ के लिए कठिन होता उसे माँ के ईलावा कोई और नहीं समझ सकता और माँ के लिए इससे अछा पल भी कोई नहीं होता और अब वो टाइम नहीं हे जब बच्चा घर ही पैदा हो जाता था क्यकि उस टाइम की महिलाये कठिन कार्य किया करती थी अब टाइम ऐसा हे की 100 में से 90% बच्चे हॉस्पिटल में पैदा होते हे क्योकि की आज की महिलाये इतना हार्ड वर्कआउट नहीं कर पाती इसलिये उनको प्रेगनेंसी…
-
पिता
पिता क्या जानते हो, क्या है पिता ? एक मुकम्मल ज़िंदगी का रहनुमा है पिता, माँ की ममता , सारा संसार है पिता , जो मिट ना सके , वो प्यार है पिता । क्या जानते हो, क्या है पिता? टूट कर भी ना गाँठ आए वो डोर है पिता, मुश्किलों में आस, अंधेरे में भोर है पिता, धर्म भी करम भी, खुदा का दूजा छोर है पिता।
-
राक्षस भगवान शिव या ब्रह्मा की तपस्या क्यों करते थे, भगवान विष्णु की क्यों नहीं?
ऐसा दैत्य और दानव ही करते थे, क्योकि दानव देवताओ से नफरत करते थे और कहा जाता हे की देवताओं के प्रिय और पक्षधर तो भगवान विष्णु थे ही भगवान विष्णु हर बार देवताओ को असुरो से बचाते थे असुरों द्वारा भगवान विष्णु की तपस्या ना करने के और भी कई कारण थे। इस सृष्टि में तीन गुण प्रधान हैं – सत, रज और तमा ब्रह्मा रजोगुण, विष्णु सतोगुण एवं महेश में तमोगुण की प्रधानता है। असुर मुख्यतः तमोगुण के ही वश में होते थे। जो दैत्य थोड़े अच्छी प्रकृति के थे उनमें रजोगुण प्रधान था। सतोगुण किसी असुर में प्रधान होना दुर्लभ बात थी। यही कारण था कि दैत्य…
-
शिवलिंग और देवियों पर जल क्यों चढ़ाया जाता है
किसी भी देवी/देवता की अर्चना के समय हम उन्हें अति आदर सहित सम्मान करते हैं। जैसे, यदि आप अपने घर में पूजा कर रहे हों तो देवताओं का आवाहन किया जाता है। पुराने ज़माने में जैसे अतिथि का सत्कार किया जाता था, वैसे ही आज भी, पहले उनको स्नान करवाया जाता है। फिर तिलक लगाया जाता है, फिर संकल्प कराया जाता है, फिर खाना खिलाया जाता है, फिर मीठा खिलाया जाता है, फिर मुख की शुद्धि के लिए पूंगीफ़ल, (सुपारी) पान आदि प्रस्तुत किया जाता है। – फिर वस्त्र भी भेंट किये जाते हैं। आज कल इतनी विस्तृत पूजा कभी कभी ही संभव हो पाती है। इसलिए अधिकतर लोग…